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Thursday, October 28, 2010

सोलिड स्टेट..........

 यूँ तो शादी को हुए करीब १३ साल हो गए,लेकिन शादी के पहले ही  घर  का  जो भी सामान हम  लाये, सोलिड ही लाये,सिर्फ अपनी धर्म-पत्नी के अलावा,  जैसे कि हमारा केल्विनेटर  फ्रीज़ हुआ, अल्मीराह हुई, वाशिंग मशीन हुई, यूँ डबल बेड हुआ, खूब पैसा लगाया और भैये, लाइफ टर्म प्लानिंग कर ली, मन में बहुत खुश,  कि भाई अपुन तो हलकी -फुलकी चीज़ लेते नही, जो भी लेते सोलिड, लेकिन जब हर 1 साल बाद, मकान बदली करनी होती, तब नानी याद आती, दोस्तों को बुलाते कि भैये जरा सन्डे को आ जाना, तो पहले तो मन ही मन गलिआते , फिर खुल कर गलिआने लगे, कि यार अब तू न लेबर का इंतजाम कियाकर, अपने बस का नही हे, कुछ टाइम बाद दोस्तों ने बहाना ही बनाना शुरू कर दिया, कि इस सन्डे तो हम बाहर जा रहे हैं, और अपनी हर चीज़ सोलिड लेने कि मानसिकता के होते हुए भी, हमने सोचा अब बहुत हो चुका, फिर सोचा, क्या हमने सोलिड सामान खरीद कर कोई गलती  तो नही कर दी,  जब  जिन्दगी का सबसे अहम् फैसला करना था अपनी लाइफ पार्टनर का, तो अपनी आदत के विपरीत हमने  सोचा यार ये तो लाइट वेट ही होनी चाहिए सो बड़ी मुश्किलों से एक का चुनाव किया, लेकिन किस्मत के मारे वो २ साल के भीतर ही वो भी देखने में सोलिड स्टेट हो गयी, मेने सोचा यार इंसान के सोचने से कुछ नही होता, जिसकी किस्मत में जैसा लिखा होता हे बैसा ही होता हे, अब क्या करते, हो गयी भारी तो हो गयी,  अब पत्नी जी को चिंता सताने लगी, की ये तो एक दम से स्लिम ट्रिम दिखते हैं  और मैं इनकी सबसे बड़ी भावी,  अब यही दिन-रात सोच सोच कर वो और तेजी से सोलिड स्टेट  होने लगी, मेने कहा प्रिये कुछ करो, बरना अगर आपकी ग्रोथ की स्पीड यही रही तो आप भी अमेरिका की अर्थव्यवस्था की माफिक ढुल-मुल हो जाएँगी! अभी से उपाए करो, बोली हम्म ! आज ही एक add देखा था  टीवी पर ! ,बोली ६ मंथ का कोर्से हे, हम भी आपकी तरह स्लिम-ट्रिम हो जायेंगे! अब कोर्स की बात सुनते ही हम सन्न रह गए, और हमें अपनी पॉकेट की चिंता सताने लगी, फिर भी हमने चेहरे पर बनाबटी मुस्कराहट लाते हुए कहा, की फ़ौरन ज्वाइन कर लो, पैसे की कोई चिंता नही!, में तुमको स्लिम ही देखन चाहता हूँ. जैसे की तुम शादी के वक़्त थी, अब पत्नी जी ऐसे शरमाई कि जैसे उनकी दूसरी शादी की बात हो रही हे, खैर उन्होंने कोर्स ज्वाइन किया, १ हफ्ते के बाद हमने पत्नी जी से पूछा क्या इम्प्रोवेमेंट हे, बोली वेट तो अभी रुका हुआ हे, वट आई एम् फीलिंग बेटर लेकिन इस बीच पत्नी जी का वजन घटा या न घटा, लेकिन हमारी पॉकेट का बजन जरुरत से ज्यादा घटने लगा! आज श्रीमती जी को स्लिम कोर्स ज्वाइन किये हुए  पुरे ४ महीने हो गए, लेकिन हमें कही से भी इम्प्रोव्मेंट नजर नही आया, सिवाए हमारी पॉकेट के, हाँ इस बीच, चिंता के मारे हमारी कमर ३४  से स्वीट  ३२ हो गयी, एक दिन श्रीमती जी ने पूछा आपको कोई फर्क नजर आ रहा  हे क्या, हमने कहा हां न, आ रहा हे, बोली देखा में न कहती थी कि में जरूर पतली हो जाउंगी, मेने कहा भाग्यवान तुम में तो कोई फर्क नही आया, मेरी पॉकेट  और कमर जरूर  पतले हो गए इस बीच में. वो बोली आप भी मजाक खूब कर लेते हैं, मेने कहा भाग्यवान हम मजाक नही कर रहे , हम सिरिअस हैं! खैर अब हम, २ महीने और ख़त्म होने का इंतजार करने लगे, ताकि श्रीमती जी को तसल्ली हो जाये, हमने सोचा, जब ४ महीने में कुछ नही हुआ, तो बचे हुए २ महीने कुछ नही होने वाला, बस हुया तो एक ही बात हुई हमारी पॉकेट का बलात्कार हुआ, हमने add वालों को जी भर  के कौसा, और मन  ही मन सोचा कि किस घडी में श्रीमती जी ने वो add  देखा था!

7 comments:

उपेन्द्र नाथ said...

bahoot sahi kaha janab....... magar bhai ji kuchh karo nahi to lagata haui app jaroo slim and trim hone vale ho vo bhi ek ke sath ek free style me.

प्रवीण पाण्डेय said...

बड़े धोखे हैं इस राह में, बाबू जी धीरे चलना।

संगीता स्वरुप ( गीत ) said...

हा हा ...इससे तो सौलिड ही बेहतर है ..

रश्मि प्रभा... said...

bahut badhiyaa... patni ne padha

shikha varshney said...

हा हा हा ..निराश न हो अभि २ महीने हैं चमत्कार होते देर नहीं लगती :)

उस्ताद जी said...

4.5/10

ठीक-ठीक गुदगुदाता हुआ लेखन.
प्रस्तुति सही करें.
पैराग्राफ भी चेंज कर लिया कीजिये.

संजय भास्‍कर said...

kya baat hai bahut khoob alok ji..
sach me maja aa gya