एक तरफ मित्र है, तो एक तरफ है प्यार
दो पाटन के बीच में, मैं खड़ा हुआ लाचार
खड़ा हुआ लाचार , की कित को कदम बढाऊँ
एक और कदम बढाऊँ, तो दूजा दूर है पाऊँ
दूजा दूर है पाऊँ , समस्या बहुत ही गंभीर
खुद को पाए "गौरव" , बड़ा ही धीर - अधीर
कहे "गौरव" भाई , ये है बड़ी बिचित्र समस्या
है गर कोई समाधान , तो बता दे हमको भैया
Wednesday, February 17, 2010
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