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Friday, January 7, 2011

आज का इंसान

आज का इंसान

इस कद्र है हैवान

सांप से भी

ज्यादा दंशवान

इंसान, मरता हे

सांप के काटने से,

लेकिन ये इंसान

इंसान के काटे बिना

ही, इंसान द्वारा ,

मार दिया जाता है,

सांप काटने से

पहले फुंफकारता है

लेकिन ये इंसान

चुपचाप, बिना फुफकारे

ही डस लेता हे,

जब तक समझ

में आता है!

तब तक उसका काम

तमाम हो जाता हे!

सांप तो अक्सर ही

केंचुली बदलता हे

लेकिन ये , इंसान

ओढ़े रहता हे

केंचुली पर केंचुली;

कैसे पहचानोगे

इस इंसान को

जिसकी खुद कि

खुद को नही होती हे

कोई पहचान!