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Monday, April 23, 2012

वो मोहब्बत के मारे हुये हैं...........(ik khayaal apna sa)

Blog parivaar
वो मोहब्बत के मारे हुये हैं
उनको चेहरा दिखा दीजिये |

मंजिले खो गई हैं मगर
उनको अपना पता दीजिये|

सांस अतकी हुई हे अभी तक
बस इक बार मुस्करा दीजिये |

इंतजार दिदार-ए-यार का
जरा पर्दा गिरा दीजिये|

आज मजनू ने आवाज दी है
मुझको लैला से मिला दीजिये|

वो मोहब्बत के मारे हुये हैं|
......................................

6 comments:

प्रवीण पाण्डेय said...

आस भरी आवाज, कुछ तो बता दीजिये।

G.N.SHAW said...

इन्तेजार का एहसास में ही मजा है !

संजय भास्‍कर said...

खूबसूरत से अ‍हसास .......

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया said...

वाह !!!! बहुत बढ़िया प्रस्तुति,सुंदर अहसास कराती रचना,....

MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...:गजल...

ANULATA RAJ NAIR said...

बहुत बढ़िया......................
सुंदर एहसास......................................

अनु

ANULATA RAJ NAIR said...

बहुत बढ़िया......................
सुंदर एहसास......................................

अनु