शांति का नोबेल पुरूस्कार
वो भाई जी की भूमिका में पूरी दुनिया को पेल रहे हैं
और शांति के सारे नोबेल पुरूस्कार अपनी और ठेल रहे हैं,
एक हम हैं जो बड़े भाई की भूमिका निभा रहे हैं
और आज़ादी के इतने बरस बाद भी छोटे भाई से मार खा रहे हैं,
वो मात्र छ महीने में ही डंडे के बल पर
शांति के अग्रदूत बन कर पुरूस्कार उड़ा ले गए
और हम ६२ बरस से शांति के साथ बैठ
हाथ मलते रह गए,
नोबेल पुरूस्कार विश्व का सबसे प्रतिष्ठित पुरूस्कार माना जाता है
तभी कुछ चुने हुए व्यक्तिओं को उनके अद्भुत कार्यों के लिए
उनको इस पुरूस्कार से नवाजा जाता है
हमें तो लगता है की ओबामा ने पुरूस्कार लेकर
नोबेल कमेटी पर एहसान किया है
तभी तो उन्होंने नोबेल समाहरोह के सभी कर्येक्रमो का
बड़ी शिद्दत से बहिष्कार किया है
अरे नोबेल कमेटी वालों, आपने ओबामा को
नोबेल पुरूस्कार के लिए चुनकर
ओबामा की इज्जत है बढाई
और पूरी दुनिया के सामने
नोबेल पुरूस्कार की इज्जत है घटाई,
अरे पुरूस्कार से सिर्फ इसके लायक
व्यक्तिओं को ही नवाजो
और किसी दवाब में न आकर ये
प्रितिष्ठित पुरूस्कार हर किसी में न बाटों.
Saturday, December 26, 2009
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1 comment:
Bahut khoob sir!!!
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