http://www.clocklink.com/world_clock.php

Saturday, May 19, 2012

सिम्पली रिलेशन

Blog parivaarजैसे ही हमने पहली मुलाकात में
उनको संबोधित किया  दीदी->
वो झट से बोली मैं ममता बनर्जी नही हूँ
मुझे दीदी मत बोलो प्लीज!
मेरा कार्टून चाहे जितना बना लो!

हमने थोड़ी देर सोचा फिर बोले
बहिन जी कहू तो चलेगा...
वो बहुत जोरो का चिल्लाई
खबरदार जो मेरी तुलना मायावती
से कि ..गाली देनी हे तो ऐसे ही दे लो,
लेकिन बहिन जी कभी न बोलियो!

हम असमंजस  में पड़ गए
अब क्या बोले फिर दिमाग
में कुछ आया, हमने डरते हुए
झट से तुक्का  बिठाया
अम्मा कहू तो कैसा रहेगा..
वो झट से बोली
में जयललिता जितनी भी
बुड्ढी नही हूँ! 
फिर वो गुस्से में बोली..
क्या आपको इन राजनितिक
नामों के अलावा कोई और नाम नही आता
अब हमारे चौंकने  कि थी बारी
कि हम तो सिम्पली रिलेशन
बैठा रहे थे! 
ये  राजनितिक नाम तो अपने आप
जुड़ते जा रहे थे!

Tuesday, May 15, 2012

तेरा क्या होगा रे राजा........................

Blog parivaar 
आरे ओ चिंपू, कित्ते घोटालेबाज़ अंदर किए थे अपुन
सरदार, 4 बड़े और अनगिनत छोटे
हूँ , कितने बाहर आए छूटकर अभि तक
सरदार, सारे छूट गए बस एक ही बाकी है
हूँ, कौन हे रे वो,
सरदार , राजा!
क्या कहा , राजा,. मजाक करते हो हम से
राजा तो हम हैं!
सरदार , उसका नाम राजा है!
हूँ , तो ऐसा बोलो ना
... तेरा क्या होगा रे राजा
सरकार, मेने ये घोटाला अकेले नही किया
हम सबने मिलकर किया !
हूँ,. वो हमे मालूम हैं राजा
लेकिन हमे सिर्फ़ चबन्नि में निपटा रहे थे
और बरन्नि अकेले अकेले खा रहा थे
अभी क्या पोजिसन है... सब माल बारोबरा बाँट गया नि!
जी सरकार!
ठीक है कल तू भि बाहर आ जायेगा!
लेकिन ध्यान रहे, मुँह नि खोलना
वरना फिर से अन्दर कर दूँगा!
और आगे से ध्यान रहे, हिसाब
बरोबर करने का !

Tuesday, May 1, 2012

रिश्ते

Blog parivaar
रिश्ते कितनी जल्दी बन जाते हैं
क्य चाहिए आज इन रिश्तों को
सिर्फ़ एक अदना सा नाम!
तभी ये रिश्ते वक्त से पहले ही
रिसने से लगते हैं
क्योंकि ये वक्त कि कसौटी पर
कसे नहीं होते!
आज कल रिश्ते रेडीमेड से
होने लगे हैं!
"Use & थ्रू" कि फिलोसिफि पर
आधारित ये रिश्ते!
जब तक पसंद आए, निभाये
नहीं तो आगे चल भाये!